इस आर्टिकल में हमने पथरी के लक्षण, कारण और पथरी के घरेलू इलाज के बारे में बात की है। इसमें हमने बताया है कि कैसे आप पथरी से निजात पा सकते हैं, और कैसे आप घरेलू नुस्खों से पथरी को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
पथरी एक बहुत ही आम बीमारी है, जो हमारे गुर्दे में जमा हुए कैल्शियम स्टोन और यूरिक एसिड स्टोन से बनती हैं। दोस्तों कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है लेकिन कई बार यह कैल्शियम पथरी के रूप में हमारे शरीर में जमा हो जाता है जो कि हमारे शरीर के लिए काफी हानिकारक हैं। अगर आम भाषा में कहें तो पथरी एक तरह का पत्थर है जो हमारे गुर्दे में जमा हो जाता है। पथरी में बहुत ही अधिक दर्द होता है कई बार तो यह दर्द असहनीय भी हो जाता है।
१। कैल्शियम स्टोन:
कैल्शियम स्टोन गुर्दे की पथरी का सबसे आम प्रकार है। इस तरह की पथरी तब होती है जब मूत्र में साइट्रेट की मात्रा कम और कैल्शियम की मात्रा अधिक हो। खाने में अधिक मात्रा में आलू के चिप्स, मूंगफली, चॉकलेट, चुकंदर और पालक लेना इस प्रकार की पथरी होने की संभावना को बढ़ता है। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना भी इसका एक कारण है।
२। यूरिक एसिड स्टोन:
यूरिक एसिड स्टोन पुरुषों में अधिक आम है, और इस प्रकार का पत्थर तब विकसित होता है जब मूत्र बहुत अम्लीय होता है। यह उन लोगों में ज्यादा होती है जो पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं। यह पथरी उन लोगों में भी होने की संभावना अधिक होती है जो गाउट की समस्या से पीड़ित हैं या फिर कीमोथेरेपी से गुज़र रहे हैं।
३। स्ट्रूवाइट स्टोन:
इस प्रकार का पत्थर उन महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है जो मूत्र पथ के संक्रमण से ग्रस्त हैं। यह गुर्दे के संक्रमण के परिणामस्वरूप होते हैं तथा ये पत्थर बड़े हो सकते हैं और मूत्र में अवरोध का कारण बन सकते हैं।
४। सिस्टीन स्टोन:
सिस्टीन पथरी के मामले बहुत काम ही पाए जाते हैं, यह महिला तथा पुरुष दोनों में हो सकते हैं। सिस्टीन स्टोन सिस्टिनुरिया नामक एक वंशानुगत आनुवंशिक विकार के कारण होता है जो मूत्र में अमीनो एसिड 'सिस्टीन' की अत्यधिक मात्रा का कारण बन सकता है। इसके परिणामस्वरूप गुर्दे, मूत्राशय और मूत्रवाहिनी में पथरी बन सकती है, जो गुर्दे से मूत्राशय तक मूत्र ले जाती है।
पथरी के कारण का पता लगा पाना थोड़ा मुश्किल है कि आपको किडनी स्टोन क्यों हुआ है, लेकिन यह तभी बनते हैं जब आपके मूत्र में इन खनिजों का स्तर ज्यादा हो, जिनमे शामिल हैं:
एक गुर्दे की पथरी आमतौर पर तब तक लक्षणहीन होती है जब तक कि वह मूत्रवाहिनी में नहीं चली जाती है। लेकिन अगर आपको अपने नीचे दिए गए ये लक्षण अपने शरीर में प्रतीत होते हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अतः पथरी के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं:-
पानी: पानी से पथरी का घरेलू इलाज बहुत ही आसान है तो जितना हो सके उतना अधिक पानी पिए, इससे पथरी होने तथा उसके बढ़ने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। अगर पथरी का आकार काफी छोटा हो तो यह कई बार अपने आप पेशाब के द्वारा बहार आ जाती है।
नींबू पानी: सुबह खली पेट नींबू पानी पिएं, नींबू में साइट्रेट होता है, जोकि जमा हुए कैल्शियम को तोड़ने और उनकी वृद्धि को धीमा करने में मदद करता है।
सेब का सिरका: सेब के सिरके में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जो कि पथरी को तोड़ने में काफी मददगार साबित होता है। एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर सेवन करें यह पथरी से लड़ने में आपकी काफी मदद करेगा।
गेहूं का रस: गेहूं का रस शरीर में मूत्र के उत्पादन को बढ़ता है, जिससे कई बार पथरी अपने आप ही पेशाब के माध्यम से शरीर के बाहर आ जाती है।
जैतून का तेल: जैतून का तेल गाढ़ा होता है जो मूत्र पथ को चिकना करके गुर्दे की पथरी को शरीर से बाहर पारित करने में मदद कर सकता है।
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