आंबा हल्दी के फायदे | Amba Haldi Ke Fayde In Hindi

आंबा हल्दी घरों में प्रयुक्त होने वाली हल्दी से अलग होती है, पर इसका पौधा मसालों में प्रयुक्त होने वाली हल्दी की तरह ही होता है। संस्कृत में इसे ‘दीर्वी', ‘मेदा', 'आम्रगन्धा', 'कर्पूरा', 'दारू', ‘पद्मपत्रा', 'आम्र हरिद्रा', 'आमनिशा', ‘अम्बाहलद' आदि अनेक नामों से स्थान विशेष के आधार पर पुकारा जाता है। घरेलू हल्दी और आंबा हल्दी में अंतर यह है कि आंबा हल्दी के पत्ते लंबे और नुकीले होते हैं।

इसकी गाँठ बड़ी और भीतर से लाल होती है। किन्तु साधारण हल्दी की गाँठ छोटी तथा पीले रंग की होती है। इस हल्दी में झुरियाँ और सिकुड़न होती है, जबकि आँबा हल्दी में ऐसा कुछ नहीं होता। यह दक्षिण भारत, महाराष्ट्र और गुजरात तथा बंगाल में अधिक पाई जाती है। इसका पौधा 1-2 हाथ ऊँचा होता है। इस पर खिला हुआ बड़ा पुष्प लगता है। इसकी जड़ में गाँठेनुमा कन्द लगता है।

आंबा हल्दी के रोगोपचार में फायदे

आँबा हल्दी स्वाद में कसैली, खट्टी, उष्ण तासीर वाली, वात, पित्त, कफ दूर करने वाली, दस्तावर, रक्तविकार और चर्म रोगों में लाभदायक, पेट के रोगों में हितकारी, अरुचि, ज्वर, जी मिचलाना, जलन आदि में सुखकारी होती है। सूजन व बाह्य लेपों में इसका प्रयोग अत्यंत गुणकारी है।

1. सूजन में आंबा हल्दी के फायदे

त्वचा पर यदि कहीं सूजन हो तो आंबा हल्दी के चूर्ण को एलोवेरा के गूदे में मिलाकर और कुछ गर्म करके सूजन वाले स्थान पर बाँधना चाहिए।

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2. घाव में आंबा हल्दी के फायदे

शरीर पर यदि कहीं जख्म हो जाए तो आंबा हल्दी को फाहे पर रखकर जख्म पर बाँध देना चाहिए। घाव जल्दी भर जाता है।

3. ज्वर में आंबा हल्दी के फायदे

आँबा हल्दी 2 ग्राम, दो तीन नग काली मिर्च, आंवला का चूर्ण 2 ग्राम, सोंठ चूर्ण 2 ग्राम, हरड़ का छिलका 2 ग्राम, चीता और मीठा कूट 2-2 ग्राम, पीपल (छोटी) 2 ग्राम, सेंधा नमक 1 ग्राम, इन सभी को कूट-पीस लें और कपड़छन कर लें। किसी भी तरह का जाड़ा बुखार होने पर ताजे पानी से 1 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण सुबह-शाम रोगी को दें। बुखार जल्द उतर जाएगा।

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4. वात, कफ, पित्त में आंबा हल्दी के फायदे

आंबा हल्दी का चूर्ण 2 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम ताजे पानी अथवा शहद से देने पर तीनों दोषों वात, कफ, पित्त यादि का शमन होता है। 'खाँसी' आदि में भी आराम मिलता है।

5. चर्म रोग और खुजली में आंबा हल्दी के फायदे

आंबा हल्दी का नित्य लेप करने से सभी प्रकार के चर्म रोग में लाभ होता है।

6. पेट रोग में आंबा हल्दी के फायदे

आंबा हल्दी 2 ग्राम नित्य रात्रि में दूध के साथ लेने पर पेट के समस्त रोगों में भारी लाभ होता है। अपच, अरुचि, कब्ज आदि की शिकायत दूर हो जाती है।

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