नकसीर के कारण और उपचार – Causes and Treatment Of Nosebleed
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शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी के कारण नाक में से खून बहने लगता है जिसे नकसीर कहते हैं। अचानक नाक से खून बेहता देख आप घबरा जरूर सकते हैं, लेकिन ये आमतौर पर किसी भी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होते हैं और अक्सर घर पर इसका इलाज किया जा सकता है।
नकसीर के दौरान, रक्त एक या दोनों नाक से बहता है। यह भारी या हल्का हो सकता है और कुछ सेकंड से 10 मिनट या उससे अधिक तक रहता है।
- एलर्जी
- नाक के अंदर सूखने और फटने के कारण
- नाक में हाथ डालने से
- खून को पतला करने वाली दवाई लेने से
- नाक अथवा दिमाग में अचानक चोट लगने
- खून के भार में वृद्धि होने
- पुराने जुकाम के बिगड़ जाने
- शराब ज्यादा पीने से
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- जिन्हें अक्सर नकसीर फूटती हो, तो उनको प्रातः एक से दो आंवले का मुरब्बा चांदी का वर्क (असली) लगाकर कुछ माह तक खिलाएं।
- 10 से 15 ग्राम गुलकन्द प्रातः सायं दूध या पानी में कुछ माह खिलाएं।
- सौंफ का अर्क 10 से 15 मिग्रा. इतना ही उसी रासव के साथ भोजन के आधे घण्टे बाद कुछ दिन दें।
- गर्मी के मौसम में गुलाब जल में प्रातः ठण्डाई घर में पीसकर कुछ दिन दें।
- रात में गुलाब जल में 20 से 25 दाने किशमिश के भिगोकर प्रातः बासी मुंह खिलाएं।
- दूध रस 5 ग्राम, चन्द्रकला रस 5 ग्राम, संग जराहत भस्म 5 ग्राम, छोटी इलायची का चूर्ण 15 ग्राम मिलाकर रख दें। आधा चम्मच चूर्ण सुबह-दोपहर-शाम दूध की मलाई या कच्चे दूध से लगातार 15 से 25 दिन तक दें।
- नाक में फुन्सी हो, नाक में सूखापन हो या जब नकसीर फूट जाए तो घृत 2 से 4 बूंदें हर चार-चार घण्टे बाद नाक में डालें।
- घृत बनाने का तरीका अत्यन्त सरल है। आप घर में बना सकते हैं। 100 ग्राम अनार की हरी पत्ती का रस, 100 ग्राम हरी दूब का स्वरस, 50 ग्राम गेंदे की पत्ती का रस लें। उसको 50 ग्राम गाय के घी में कड़ाही पर चढ़ा दें। सब रस जल जाएं, केवल घी बचे तो छान कर एक शीशी में रख लें। यही घृत नकसीर में रामबाण इलाज है।
- आंवले और मुलेठी का समभाग चूर्ण एक से आधा चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम मिश्री मिले कच्चे दूध से कुछ दिन लें।
- नकसीर के मरीज को गर्मी में बर्फ का सेवन खाने में कम से कम या बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
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