चांगेरी के फायदे एवं चांगेरी के पत्तों से लाभ | changeri ke fayde

चांगेरी को संस्कृत में भी 'चांगेरी' कहते हैं। इसके अन्य नामों में 'अम्ल पत्रिका' नाम भी प्रचलित है। भारतवर्ष के सभी गर्म इलाकों में तथा हिमालय पर्वत श्रृंखला पर चांगेरी के पुष्प और फल बारहों महीने मिलते हैं। इसका पौधा छोटा सा होता है। यह धरती पर ज्यादा फैलता है। इसके पत्ते हृदय के आकार के होते हैं। इस पर पीला फूल लगता है। कहीं-कहीं गुलाबी रंग के पुष्प भी मिलते हैं। इसके फल छोटे-छोटे पीले रंग के गोल बेर की तरह होते हैं। इसके बीज गहरे भूरे रंग के होते हैं।

चांगेरी के रोगोपचार में फायदे

चांगेरी में से जो रस निकलता है, वह कड़वा होता है और वीर्य को बढ़ाने वाला होता है। यह कफ, वायु विकार और सूजन को हरने वाला होता है। पित्त को बढ़ाने वाला, दर्द को रोकने वाला, मूत्र को बढ़ाने वाला व बवासीर आदि रोगों में कारगर है। मुख की बदबू को दूर करता है, दस्तों को रोकता है, भूख न लगने की शिकायत को नष्ट करता है। ज्वर आदि को भी ठीक करता है।

1. पेट के दर्द में चांगेरी के फायदे

चांगेरी के पत्तों का 50 ग्राम काढ़ा बना लें और उसमें जरासी भुनी हुई हींग व मिश्री मिलाकर सुबह-शाम रोगी को पिलाएँ। पेट का दर्द जाता रहेगा।

2. भूख न लगने में चांगेरी के फायदे

चांगेरी के 10 पत्तों की कढ़ी बनाकर रोगी को देने से उसकी भूख बढ़ेगी और पेट की वायु खारिज हो जाएगी।

3. बवासीर में चांगेरी के फायदे

बवासीर खूनी हो या बादी, चांगेरी के पत्तों, फूल, फल, छाल और जड़ को कूट-पीस लें और उसे घी में छौंककर उसका साग बनाकर रोगी को दही के साथ खिलाएँ। बवासीर में निश्चित ही आराम आएगा।

4. सिर दर्द में चांगेरी के फायदे

चांगेरी के पत्तों को कूटकर उसका रस निकाल लें और समभाग प्याज का रस मिलाकर सिर पर लेप कर दें। सिर दर्द में शीघ्र आराम आ जाएगा।

5. मुँह की दुर्गन्ध, मसूड़ों की सूजन यादि में चांगेरी के फायदे

चांगेरी के पत्तों के रस से कुल्ले करने पर मसूड़ों की पीड़ा शांत हो जाती है और मुख की दुर्गन्ध जाती रहती है। चांगेरी के 2-3 पत्ते पान की तरह मुँह में रखकर चबाने से भी मुख की दुर्गन्ध जाती रहती है और मसूड़ों की सूजन नष्ट हो जाती है।

6. दस्त-पेचिस में चांगेरी के फायदे

चांगेरी के पत्तों का 5 ग्राम रस दिन में दो बार पीने से दस्त, पेचिस, संग्रहणी आदि में तत्काल लाभ होता है।यदि पेचिस पुरानी हो तो इसके 5 पत्तों को उबालकर मट्ठे के साथ रोगी को दें। इससे जल्द आराम आएगा।

7. सूजन में चांगेरी के फायदे

इसके पत्तों को पीसकर उसकी पुल्टिस बना लें और सूजन वाले स्थान पर गर्म-गर्म बाँध दें। सूजन उतर जाएगी। इसके पत्तों के लेप से फोड़े-फुन्सियों में भी बड़ा आराम मिलता है।

8. ज्वर में चांगेरी के फायदे

इसके पत्तों को पीसकर पानी में उबालें और काढ़ा बना लें। यह काढ़ा दिन में 2-3 बार देने से ज्वर उतर जाता है।

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