पागल कुत्ता के काटने का लक्षण | पागल कुत्ते के काटने पर घरेलु उपचार व इंजेक्शन

जब कुत्ता काटे तो हमें यह पता करना चाहिए कि कुत्ता पागल है कि नहीं। पागल कुत्ते की पूंछ सदैव दोनों टांगों के बीच झुकी रहती है। उसका चेहरा बहुत भयानक हो जाता है। मुंह से झाग निकलती है तथा वह अकारण भौंकता रहता है। और काटने के दस दिन बाद मर जाता है। पागल कुत्ते के काटने से रेबीज (Rabies) नामक रोग होता है

पागल कुत्ते के काटने के लक्षण

पागल कुत्ते के काटने से हाइडोफोबिया नामक रोग हो जाता है। इसमें रोगी को पानी से डर लगने लगता है। मनुष्य का मस्तिष्क विकृत होने लगता है वह भोजन नहीं खा पाता है। गले में बहुत दर्द होता है। रोगी बेहोश हो जाता है। तीन-चार दिन वह इसी हालत में रहता है, फिर मृत्यु हो जाती है। पागल कुत्ते के विष का पन्द्रह दिन से लेकर 7-8 महीनों के अन्दर असर होता है।

पागल कुत्ते के काटने पर घरेलु उपचारः

  • रोगी को तुरन्त प्राथमिक सहायता देनी चाहिए।
  • डाक्टर को बुला भेजना चाहिए।
  • घाव को स्प्रिट से धोना चाहिए, चाहे कुत्ते के काटने के खरोंच ही क्यों ना हों।
  • कुत्ता काटने के स्थान के ऊपर के अंगों को कस कर बांधना चाहिए
  • किसी भी सींक पर कार्बोलिक ऐसिड लगा कर जख्मी त्वचा के ऊपर और घाव के किनारों पर लगानी चाहिए।
  • दांत लगी जगह पर कार्बोलिक एसिड भर देनी चाहिए।
  • नाइट्रिक एसिड भी लगा सकते हैं।
  • यदि यह उपलब्ध न हो तो एक सलाई या चिमटे को गर्म करके घाव को जला देना चाहिए।
  • हृदय को उत्तेजित करने के लिए ब्रांडी या गर्म कॉफी दे सकते हैं।

इन्जेक्शन:- एंटी रैबीज इंजेक्शन लेना चाहिए, रोगी को पेस्टर (Pasteur) नामक इन्जेक्शन (Injection) लगाना चाहिए।

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