मानसिक रोग के कारण और दूर करने के उपाय

मानसिक रोग एक मनोवैज्ञानिक असंतुलन है। आमतौर पर लोग मानसिक रोग को आमतौर पर रहने वाली उदासी ही मानते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। उदासी में जहां व्‍यक्ति कुछ समय बाद सामान्‍य हो जाता है, वहीं मानसिक रोग मे यही उदासी काफी लंबे समय तक और गहरी बनी रहती है। यह उदासी हर जगह उसके साथ रहती है। इसका असर उसके काम पर भी पड़ने लगता है। वह काम जो कभी उसे सबसे ज्‍यादा पसंद होता था, उस काम को करने का भी उसका मन नहीं करता और अपने वर्तमान और भविष्‍य को लेकर भी वह काफी उदास और नाउम्‍मीद रहता है। मानसिक रोगी व्‍यक्ति की नींद और भूख भी बिगड़ जाती है। हम मानसिक रोग के कारण और दूर करने के उपाए बता रहे है।

शारीरिक स्वास्थ्य - Physical Health

शारीरिक स्वास्थ्य मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। अगर कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से अस्वस्थ है तो निश्चित ही वह मानसिक रूप से खिन्न, उद्विग्न, परेशान एवं चिन्तित रहता है। बात-बात में चिडचिडा होना, क्रोधित होना, परेशान होना इत्यादि मानसिक अस्वस्थता के कारण हैं।

उपाए- हमे संतुलित भोजन अर्थात विटामिन और प्रोटीन से भरपूर्ण और सही समय पर भोजन करना चाहिए। ज्यादा ताला भुना भोजन नहीं करना चाहिए।

सामाजिक कारण - Social Factor

मानव एक सामाजिक प्राणी है। अगर किसी व्यक्ति को समाज द्वारा उत्पीड़ित किया जाता है तो इसका प्रभाव उस व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। सामाजिक कारण है-

  • चिन्ताएँ
  • बेमेल शादियाँ
  • छिन्न-भिन्न परिवार
  • तलाक
  • गरीबी
  • निर्दयता
  • संवेगात्मक तनाव इत्यादि से मानसिक बीमारियों का जन्म होता है

जिससे व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और व्यक्ति बीमार हो जाता है।

उपाए- हमे हमेशा परिवार मे शांति बनाए रखना चाहिए और कभी बहस की बात आए तो हमे आपस मे बैठ कर सुलझाना चाहिए।

वंशानुक्रम - Heredity

वंशानुक्रम भी कई प्रकार के रोगों को वहन करने में अहम् भूमिका निभाता है। सिजोफ्रेनिया से पीड़ित माता-पिता के बच्चों में यह रोग हो जाता है, क्योकि यह रोग वंशानुगत है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में हस्तान्तरित होता रहता है।

सिजोफ्रेनिया एक प्रकार का मानसिक रोग है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति अपने ही रणों की दुनिया में भ्रमण करता रहता है। उसकी सोच, मूड, तथा आसान सभी अव्यवस्थित हो जाते हैं।

शराब -

शराब, ड्रग्स, अल्कोहल एवं नारकोटिक्स के सेवन करने वाले व्यक्ति को मानसिक रोग हो जाता है। खासकर ड्रग एडीटर तथा मद्यपान करने वाले कई व्यक्तियों का घर बुरी तरह से बर्बाद होते देखा गया है।

उपाए- शराब और सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए।

तनाव - Tension

अनिद्रा, तनाव, उच्ख लता, भय, लड़ाई झगड़े इत्यादि के कारण भी व्यति मानसिक रूप से बीमार एवं रोगग्रस्त हो जाता है।

उपाए- भरपूर्ण नींद लेना चाहिए और लडाई और झगडे से दूर और तनाव से बचना चाहिए।

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