आधुनिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में नाड़ी परीक्षा का विशेष महत्त्व है। आयुर्वेद में नाड़ीपरीक्षा का चलन बहुत बाद में शायद मध्यकाल में शामिल हुआ है। रक्त के रूप में धमनियों की एक लयबद्ध धड़कन नाड़ी के माध्यम से प्रसारित होती है, आमतौर पर कलाई या गर्दन में महसूस होती है। नाडी परीक्षा बीमारी की जड़ तक पहुंचने में मदद करती है और न केवल उन संकेतों और लक्षणों के अनुसार इसका इलाज करती है जिन्हें देखा या महसूस किया जा सकता है।
पल्स रेट क्या है? विज्ञान के अनुसार, नाड़ी किसी व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक विशेषताओं को प्रकट कर सकती है। आपके शरीर की कई जगह रक्त पंप करने में सक्षम हो सकते हैं जिसे नब्ज भी कहते है जैसे-
पल्स दर प्रति मिनट दिल की धड़कन की संख्या है। एक औसत वयस्क के लिए आराम करने वाली पल्स दर 60 से 80 बीट प्रति मिनट है।
आपके आराम करते समय हृदय दर गति को प्राप्त करने का सबसे अच्छा समय सुबह होता है, इससे पहले कि आप बिस्तर से बाहर निकलें आप अपने अधिकतम हृदय दर गति का अनुमान लगाने के लिए, जितना संभव हो सके उतना तेजी से व्यायाम करने के तुरंत बाद अपनी नाड़ी परीक्षा (नब्ज) लें।
नाड़ी प्राय: दाहिने हाथ के अंगूठे के नीचे जो कलाई का भाग है वहाँ से देखी जाती है। नाड़ी परिक्षण आपको मधुमेह, बांझपन, लकवा, उच्च रक्तचाप, मानसिक विकारों, गंभीर जोड़ों के दर्द और त्वचा रोगों जैसी संभावित पुरानी बीमारियों के निदान में मदद कर सकती है।
जब आप आराम कर रहे होते हैं, तो आपका दिल आपके शरीर की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सबसे कम मात्रा में रक्त पंप कर रहा होता है। पल्स रेट चेक करने का तरीका के बारे मे हम बता रहे है जो इस प्रकार है-
नाड़ी-परीक्षा के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति को आरामपूर्वक बैठाना चाहिए या लिटाना चाहिए। नब्ज टेस्ट कब नहीं करना चाहिए इसके बारे मे हम बताते है जैसे-
नाड़ी को कम-से-कम तीन बार देखना चाहिए जिससे सही स्थिति समझी जा सके।
वास्तव में नाड़ी परीक्षा की समझ अनुभव से ही आती है। पर जब आप अपने आपको स्वस्थ और ठीक अनुभव करें तब अपनी नाड़ी की परीक्षा करे।
अभ्यास करने के लिए आप अन्य व्यक्तियों की नाड़ी का परीक्षण कर सकते हैं जो स्वस्थ हों और शांत भावनाओं वाले हो। ऐसे मे आप स्वस्थ व्यक्ति की नब्ज परीक्षण करना सीख जायेंगे।
उम्र के हिसाब से जाने पल्स (ह्रदय) रेट चार्ट कब कितना होना चाहिए हम नीचे दिए गए चार्ट में बता रहे है-
उम्र |
औसत अधिकतम हृदय गति प्रति मिनट बीट्स |
हार्ट रेट रेंज प्रति मिनट बीट्स |
40 |
180 |
90 से 153 |
45 |
175 |
88 से 149 |
50 |
170 |
85 से 145 |
55 |
165 |
83 से 140 |
60 |
160 |
80 से 136 |
65 |
155 |
78 से 132 |
70 |
150 |
75 से 128 |
अपने दिल की रफ्तार को काबू मे रखना बहुत आवश्यक है। आइये जानते है के हम अपने दिल की रफ्तार को काबू मे कैसे रखे जैसे-
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