यूं तो बच्चे, बूढ़े और युवा सभी किसी न किसी दंत रोग से पीड़ित रहते हैं, लेकिन इनमें सबसे आम तकलीफ है दांतों में ठंडा-गर्म लगने की। इससे देश की आधे से ज्यादा आबादी पीड़ित है, लेकिन दंत चिकित्सा विज्ञान की नई शोधों से अब इस तकलीफ से निजात पाई जा सकती है।
दांतों में ठंडा-गर्म लगने का मतलब है कि जब कोई ठंडा या गर्म पेय पदार्थ या ठोस खाद्य सामग्री का सेवन किया जाए तो दांतों में असहनीय कूलन या पीड़ा हो। कुछ लोगों को ठंडा-गर्म के साथ-खट्टी या मीठी चीजें खाते समय एक अजीब सी सिहरन या वेदना महसूस होती है।
इनेमल क्या है? इनेमल (Enamel) दांतों की कठोर, बाहरी सतह है जो दांत खराब के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है। इनेमल दांतों का सुरक्षा-कवच होता है। वास्तव में, इनेमल को आपके शरीर में सबसे कठिन खनिज पदार्थ माना जाता है, यहां तक कि हड्डी से भी मजबूत।
दांत मे दर्द के कारण दांतों के इनेमल के नष्ट होने से होता है। इनेमल दांतों की रक्षा के लिए सुरक्षा-कवच का काम कराते है। जब यह सुरक्षा कवच ही क्षतिग्रस्त हो जाए तो दांत असुरक्षित हो जाते हैं। परिणामस्वरूप दांतों की नीचे की संरचना खुल जाती है और फिर जो भी हम खाते-पीते हैं, वे सीधे नाड़ी तंतुओं के संपर्क में आते हैं और हमें ठंडा-गर्म लगने का एहसास होने लगता है।
इनेमल क्षतिग्रस्त क्यों होता है,दरअसल इसके लिए हमारी अपनी आदतें ही दोषी हैं। वैसे देखा जाए तो यह इनेमल अत्यधिक सख्त होता है और उसे भेदना आसान नहीं है। लेकिन निम्न कारणो से इनेमल क्षतिग्रस्त हो जाते है-
दांतों में बार-बार आलपिन करने से न केवल इनेमल ही नष्ट होता है, वरन् उनमें छेद तक हो जाते हैं। नौबत दांत निकलवाने तक आ सकती है।
दाँतों के दर्द का घरेलू इलाज निम्न प्रकार से कर सकते है-
बीमारी के उपचार के बजाए उससे बचाव अधिक बेहतर होता है। अतः यदि हम अपने दांतों की देखभाल एवं सुरक्षा पर पहले से ही ध्यान दें तो दांत ताउम्र साथ निभा सकते हैं। दांत दर्द से बचने के उपाए के निम्न तरीके दिये गए है-
टूथपेस्ट और पाउडर दांत दर्द में फायदेमंद होते हैं ऐसा लोगो की धारणा है ,दांतों में ठंडा-गर्म लगने की तकलीफ दूर करने के लिए कुछ टूथपेस्ट और पाउडर उपलब्ध हैं, जो दवा विक्रेताओं के यहां आसानी से मिल जाते हैं। इन टूथपेस्ट या पाउडर मे ऐसे तत्व सम्मिलित रहते हैं जो नाड़ी तंतुओं पर असर डालकर धीरे-धीरे उन्हें संवेदना शुन्य बना देते हैं। हालांकि ऐसा दो-चार दिन में नहीं होता है, वरन् चार-छह माह लगातार इनका इस्तेमाल करना होता है। जब एक बार ये नाड़ी तंतु संवेदनहीन हो जाते हैं तो उसका असर काफी लंबे समय तक बना रहता है और तकलीफ से पूणतः राहत मिलती है।
दांतों को सुरक्षित करने के उपाए बहुत से है जो निम्न प्रकार दिये गए है-
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